BSF बैंड के साथ दिल्ली विधानसभा मे मनाया गया स्वतंत्रता दिवस, रंगारंग प्रस्तुति।

बंसी लाल की रिपोर्ट :-

यही वह विधानसभा है जहाँ महात्मा गांधी, श्री विट्ठलभाई पटेल, लाला लाजपत राय और गोपाल कृष्ण गोखले जैसे राष्ट्रीय नेताओं ने स्वतंत्रता का शंखनाद किया था” – विजेंद्र गुप्ता

तिरंगे की विशेष लाइटिंग से जगमगाती ऐतिहासिक विधानसभा ने वातावरण को देशभक्ति और राष्ट्रीय गर्व से भर दिया

नई दिल्ली, 15 अगस्त 2025

“यही वह विधानसभा है जहाँ महात्मा गांधी, श्री विट्ठलभाई पटेल, लाला लाजपत राय और गोपाल कृष्ण गोखले जैसे राष्ट्रीय नेताओं ने स्वतंत्रता का शंखनाद किया था” — यह बात आज दिल्ली विधानसभा के माननीय अध्यक्ष श्री विजेंद्र गुप्ता ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह के दौरान कही।

दिल्ली के नागरिक आज 115 वर्ष पुरानी ऐतिहासिक विधानसभा इमारत में 79वें स्वतंत्रता दिवस के उत्सव में शामिल हुए, जिससे परिसर देशभक्ति की ऊर्जा और उल्लास से गूंज उठा। परिवारों और आगंतुकों ने विधानसभा प्रांगण का भ्रमण किया, इसकी गौरवशाली विरासत को जाना और भव्य स्थापत्य की प्रशंसा की। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) बैंड के जोशीले देशभक्ति गीतों ने उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया, और लोग तालियों और जयघोष से उनका उत्साहवर्धन करते रहे। साहित्य कला परिषद के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने वातावरण को और भी जीवंत बना दिया, जिससे दर्शकों के चेहरे खुशी और गर्व से खिल उठे। एकता और गर्व से ओतप्रोत नागरिक इस अवसर की यादें अपने दिलों में संजोकर लौटे।

समारोह में माननीय अध्यक्ष श्री विजेंद्र गुप्ता और अन्य विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। उन्होंने आगंतुकों से संवाद कर दिल्ली की लोकतांत्रिक शासन-व्यवस्था में विधानसभा की महत्त्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। विशेष रूप से तिरंगे की रोशनी में सजी विधानसभा भवन की भव्यता ने समारोह के माहौल को और अधिक देशभक्ति व राष्ट्रीय गर्व से परिपूर्ण कर दिया।

79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में श्री गुप्ता ने कहा कि यह दिन हमें गर्व के साथ भारत की यात्रा की याद दिलाता है—औपनिवेशिक शासन से निकलकर विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र बनने तक। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और भारतीय सशस्त्र बलों की वीरता को नमन किया। इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव का विशेष उल्लेख करते हुए इन्हें साहस और समर्पण के प्रतीक बताया। श्री गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दृढ़ नेतृत्व ने राष्ट्रीय एकता को मजबूत किया है, भारत की वैश्विक उपस्थिति को बढ़ाया है, और आत्मनिर्भर भारत के विज़न के माध्यम से आत्मनिर्भरता, नवाचार और सर्वसमावेशी विकास के प्रति नागरिकों को प्रेरित किया है।

दिल्ली विधानसभा के ऐतिहासिक महत्व को याद करते हुए श्री गुप्ता ने बताया कि यह भारत की पहली संसद थी, जहाँ महात्मा गांधी तीन बार पधारे। उन्होंने साइमन कमीशन के विरोध में हुए जोशीले प्रदर्शनों का उल्लेख किया और वह ऐतिहासिक क्षण भी याद किया जब श्री विट्ठलभाई पटेल एक शताब्दी पहले इस विधानसभा के पहले निर्वाचित अध्यक्ष बने। उन्होंने कहा कि इन्हीं दीवारों के बीच लाला लाजपत राय, पंडित मदन मोहन मालवीय और गोपाल कृष्ण गोखले जैसे महान नेताओं ने ब्रिटिश नीतियों को साहसपूर्वक चुनौती दी थी।

श्री गुप्ता ने आगे कहा कि यहीं रॉलेट एक्ट के विरोध से असहयोग आंदोलन की शुरुआत हुई, जिसने ब्रिटिश शासन के दमनकारी स्वरूप को उजागर किया। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यह ऐतिहासिक अवसर लोगों को उन महापुरुषों के पदचिन्हों पर चलने का अवसर देगा जिन्होंने हमारे स्वतंत्रता संग्राम को दिशा दी, और स्वतंत्रता के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले वीरों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर प्रदान करेगा।

इससे पहले, 79वें स्वतंत्रता दिवस की सुबह, माननीय अध्यक्ष श्री विजेंद्र गुप्ता ने अपने निवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया।

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