अमन जीत कौर रिपोर्ट :-
नई दिल्ली — सीपीडीएचई (दिल्ली विश्वविद्यालय) एवं श्यामा प्रसाद मुखर्जी महिला महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में 19 से 30 सितंबर तक आठ दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का सफल आयोजन किया गया। देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के लगभग सौ शिक्षकों ने इसमें सहभागिता की।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्या भारती के जनरल सेक्रेटरी श्री अवनीश भटनागर द्वारा किया गया। मुख्य वक्ताओं में महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. कुमुद शर्मा, बी.आर. अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ के डीन प्रो. राजशरण साही, रांची विश्वविद्यालय के प्रो. जंग बहादुर पांडेय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के एमएमटीटीसी निदेशक प्रो. आनंदवर्धन शर्मा, चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. राजकुमार मित्तल, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के प्रो. ऋषिपाल, इंडियन हैबिटेट सेंटर के निदेशक प्रो. के.जी. सुरेश, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. पूरन चंद्र टंडन, यूजीसी-एमएमटीटीसी कश्मीर विश्वविद्यालय के निदेशक प्रो. नाजिर अहमद नाजिर, कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन के प्रो. आनंद तिवारी, दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग के डीन प्रो. अनिल राय, यूजीसी-एमएमटीटीसी भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय की निदेशक प्रो. शैफाली नागपाल, तथा भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के डीन प्रो. सत्यकेतु सांस्कृत प्रमुख रूप से शामिल थे।
सीपीडीएचई की निदेशक प्रो. गीता सिंह, महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. साधना शर्मा, तथा हिंदी विभाग की प्रोफेसर एवं कार्यक्रम संयोजक डॉ. अलका आनंद ने प्रतिभागियों का स्वागत किया।
सत्रों का संचालन प्रो. तृप्ति, डॉ. प्रीति चहल, डॉ. ऊर्मि वत्स, डॉ. चन्द्रांशु, डॉ. अजीत पुरी, डॉ. मनीष, डॉ. शुभम पांडेय, डॉ. रवीन्द्र सिंह तथा डॉ. सुशील द्विवेदी ने किया।तकनीकी सहयोग श्री राजेश जी द्वारा प्रदान किया गया।
पूरे कार्यक्रम का समन्वयन एवं संचालन प्रो. (डॉ.) अलका आनंद के निर्देशन में हुआ।
