
कुलवंत कौर रिपोर्ट :-
विश्व सीफूड कांग्रेस-2026 अधिवेशन चैनई में,समुद्री व्यंजन आयात-निर्यात पर चर्चा।
नई दिल्ली: भारत पहली बार, प्रतिष्ठित विश्व सीफूड कांग्रेस का आयोजन चेन्नई में यह आयोजन 9से 11फरवरी 2026होगा।
यह आयोजन भारत के सीफूड क्षेत्र की वैश्विक स्तर पर बढ़ती भूमिका और नेतृत्व को रेखांकित करता है। 1999 में आरंभ हुई यह द्विवार्षिक कांग्रेस अब तक कनाडा, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड, मोरक्को, अमेरिका, यूके, आइसलैंड, मलेशिया और पुर्तगाल जैसे देशों में आयोजित हो चुकी है।
प्रदीप देवैया, अध्यक्ष,पी डी ए वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड ने बताया कि.भारत का समुद्री उत्पाद क्षेत्र वैश्विक स्तर पर एक मजबूत स्थिति में है,वैश्विक सीफूड निर्यात में छठा सबसे बड़ा देश वहीं एक्वाकल्चर (जल कृषि) में दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक रहा। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 2023-24 में 1.78 मिलियन टन समुद्री उत्पादों का निर्यात,₹60,523.89 करोड का निर्यात रहा।
वैश्विक सीफ़ूड आयोजन मे सहयोगी संस्थान मत्स्य पालन विभाग, मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार शामिल होंगे यह आयोजन 9से 11फरवरी 2026को वैश्विक सम्मलेन चेन्नई मे होगा। उन्होंने कहा कि साथ ही सह-आयोजकः इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ़ फिश इंस्पेक्टर्स संयोजक संस्थाः नेशनल फिशेरीज डेवलपमेंट बोर्ड, हैदराबाद मेज़बान:पी डी ए वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड.सहयोगी मंत्रालय और संस्थानःखाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय एवं
(कोच्चि), नीति आयोग, होंगे साथ ही संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन, सहित कई अन्य संस्थाएं इसका हिस्सा होंगी।
मुख्य विषयों में शामिल हैं:जलीय उत्पादों की प्रोसेसिंग तकनीक और वैज्ञानिक उपयोग,मत्स्य और एक्वाकल्चर में सर्कुलर इकोनॉमी की चुनौतियाँ पर भी विस्तार से चर्चा होंगी।
डॉ. इयान गोल्डिंग, अध्यक्ष,”विश्व सीफूड कांग्रेस विज्ञान, उद्योग और नीति के बीच सेतु रही है। भारत में इसका आयोजन एशिया और अफ्रीका जैसे विकासशील देशों के लिए वैश्विक व्यापार में भागीदारी बढ़ाने का एक सशक्त मंच होगा।
