
बंसी लाल रिपोर्ट :-
• दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी ने मनाया अपना स्थापना दिवस.
• DSEU वास्तव में स्किल इंडिया के विजन का जीवंत मॉडल है जहां शिक्षा, रोजगार और उद्यमिता एक साथ आगे बढ़ते हैं — श्री सूद
• सरकार विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों से जुड़े लंबित विषयों के समाधान के लिए एक कोर कमेटी गठित करेगी जो समयबद्ध तरीके से समस्याओं का निस्तारण करेगी– शिक्षा मंत्री
नई दिल्ली : दिल्ली के शिक्षा, गृह उच्च शिक्षा, प्रशिक्षण एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री आशीष सूद ने आज दिल्ली कौशल एवं उद्यमिता विश्वविद्यालय (Delhi Skill and Entrepreneurship University – DSEU) के 6वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस अवसर पर दिल्ली सरकार के शिक्षा सचिव, विश्वविद्यालय के चांसलर के साथ- साथ शिक्षक और छात्र भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि मैं यहां मंत्री के रूप में नहीं बल्कि स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से परिवर्तन का साझेदार बनकर खड़ा हूं। शासन का अर्थ है अंतिम व्यक्ति तक सेवा पहुंचाना। हमारा दायित्व है कि हम DSEU और इसके विद्यार्थियों की पहुंच और प्रभाव को दिल्ली से आगे तक विस्तृत करें। DSEU वास्तव में स्किल इंडिया के विजन का जीवंत मॉडल है जहां शिक्षा, रोजगार और उद्यमिता एक साथ आगे बढ़ते हैं । उन्होंने कहा कि ‘स्किल इंडिया’ केवल एक मिशन नहीं बल्कि एक आंदोलन है जो युवाओं को रोजगार और सम्मानजनक जीवन प्रदान करने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने इस अवसर पर यह भी कहा कि दिल्ली को “स्किल कैपिटल ऑफ इंडिया” बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।

श्री सूद ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार युवाओं को केवल डिग्री नहीं बल्कि कौशल, आत्मनिर्भरता से सशक्त बनाने और रोजगार के अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है । DSEU इसी दृष्टि का परिणाम है जो युवाओं को उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षण और उद्यमिता की दिशा में सक्षम बना रही है। उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों, और विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि DSEU ने अल्प समय में अपने पाठ्यक्रमों, उद्योग-साझेदारी और रोजगार उन्मुख शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार शिक्षा क्षेत्र में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के संकल्प के अनुरूप शिक्षा क्षेत्र में ठोस सुधारों और नवाचार को लेकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार विश्वविद्यालयों और शिक्षण संस्थानों से जुड़े लंबित विषयों के समाधान के लिए एक कोर कमेटी गठित करेगी जो समयबद्ध तरीके से समस्याओं का निस्तारण करेगी।
श्री सूद ने यह भी कहा कि सरकार राष्ट्रीय युवा दिवस (12 जनवरी) को अब से हर वर्ष दिल्ली में विशेष रूप से मनाया जाएगा। वर्ष 2026 से यह आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर होगा जिसमें देशभर के विद्यार्थी, नवोन्मेषक और युवा उद्यमी भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय युवा दिवस केवल एक उत्सव नहीं बल्कि युवाशक्ति को राष्ट्रनिर्माण की शक्ति में बदलने का आंदोलन है। दिल्ली के विद्यार्थी भारत के भविष्य निर्माता बनें यही हमारे प्रयासों का लक्ष्य है।
श्री सूद ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने हमेशा कहा है कि यह सरकार जनता की है, जनता के लिए है और जनता के बीच से निकली है। इसी भावना के साथ हम फाइलों के पीछे नहीं भाग रहे बल्कि जिम्मेदारी अपने ऊपर लेकर समस्याओं को हल करने के लिए मैदान में उतरे हैं।
DSEU के कुलपति प्रो. (डॉ.) अशोक कुमार नागावत ने कहा कि विश्वविद्यालय की यात्रा और उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा क्राफ्टिंग एक्सीलेंस (Crafting Excellence) हमारा मूलमंत्र है। दिल्ली सरकार का विजन है कौशल के माध्यम से उद्यमिता को सशक्त बनाना। उन्होंने कहा एक कुशल व्यक्ति अवसरों से भरा होता है। डॉ. नागावत ने DSEU की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के सिद्धांतों को अपनाने वाला देश का पहला संस्थान है जिसने मल्टीपल एंट्री-एग्जिट सिस्टम लागू किया है। उन्होंने Daikin, Blue Star, और Atkins Realis जैसी प्रमुख उद्योग इकाइयों के साथ साझेदारी की जानकारी दी तथा Women Works Programme, SIDBI Super 30, और Lighthouse Project जैसे कार्यक्रमों का उल्लेख किया जो युवाओं और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्यरत हैं।
प्रो. (डॉ.) अशोक कुमार नागावत ने Learning Links Foundation जैसे नए शैक्षिक साझेदारों के साथ मिलकर सड़क विक्रेताओं (Street Food Vendors) और अन्य पेशेवरों के लिए लघु अवधि कौशल आधारित कार्यक्रमों के शुभारंभ की घोषणा की।