

वैश्विक मानवतावादी और शांति–दूत—सद्गुरु श्री मधुसूदन साई को विश्व सांस्कृतिक महोत्सव में प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया
सत्य साई ग्राम, मुद्देनहल्ली | 1 सितम्बर, 2025 — अंतरराष्ट्रीय शांति और एकता के एक ऐतिहासिक क्षण में, ‘वन वर्ल्ड वन फैमिली मिशन’ के संस्थापक सद्गुरु श्री मधुसूदन साई को ‘यूनिवर्सल पीस काउंसिल, इज़रायल’ के अध्यक्ष शेख क़ासिम बादर द्वारा प्रतिष्ठित “हाइएस्ट पीस लीडर अवार्ड 2025” प्रदान किया गया। यह सम्मान उन्हें विश्व के शीर्ष शांति-दूतों की श्रेणी में स्थापित करता है; गत वर्ष यही पुरस्कार पोप फ्रांसिस को प्रदान किया गया था।
यह पुरस्कार भव्य ‘वन वर्ल्ड वन फैमिली’ विश्व सांस्कृतिक महोत्सव—2025’ के दौरान प्रदान किया गया है। 23 नवम्बर तक निरंतर चलने वाले इस महोत्सव में 100 देशों के प्रतिनिधि और प्रतिभागी एकत्रित होकर संस्कृति, मानवतावादी सेवा तथा संवाद के माध्यम से वैश्विक एकता का उत्सव मना रहे हैं।
शेख क़ासिम बादर ने वैश्विक आह्वान करते हुए कहा कि “आज हमें शांति की बातें करने वालों से अधिक, शांति स्थापित करने वालों की आवश्यकता है। सम्पूर्ण विश्व को सद्गुरु श्री मधुसूदन साई के साथ शांति का अनुभव करने की आवश्यकता है। वे एक ऐसे महापुरुष हैं जिनकी प्रेम एवं सेवा की परिकल्पना ने समस्त महाद्वीपों में करोड़ों मनुष्यों के जीवन को रूपांतरित किया है। उनके नेतृत्व में, ‘वन वर्ल्ड वन फैमिली मिशन’ ने सेवा को एकता एवं सामंजस्य की नींव बनाते हुए सम्पूर्ण विश्व में 1.3 करोड़ से अधिक लोगों तक निःशुल्क पोषण, स्वास्थ्य-सेवा एवं मानवीय-मूल्यों पर आधारित शिक्षा कार्यक्रम पहुँचाए हैं।“
उत्सव के पहले दो सप्ताह में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में स्पेन के फ्लामेंको से लेकर न्यूज़ीलैंड का माओरी हाका तक, और भारत के अनेक प्रमुख उत्सवों—कृष्ण जन्माष्टमी, स्वर्ण गौरी व्रत तथा गणेश चतुर्थी की मनमोहक झलकियाँ देखने को मिलीं। इस दौरान भारत स्थित यूक्रेन दूतावास के उप-प्रमुख मिशन श्री आर्तेम नॉस्को, संयुक्त अरब अमीरात के दूरदर्शी नेता, उद्यमी एवं मानवतावादी महामहिम डॉ. बू अब्दुल्ला, तथा भारत में मंगोलिया के राजदूत महामहिम श्री गनबोल्ड डाम्बाजव सहित अनेक विशिष्ट अतिथियों ने आध्यात्मिक नेताओं एवं वैश्विक परिवर्तनकर्ताओं के साथ शांति तथा बहुसंस्कृतिवाद के इस आयोजन में हिस्सा लिया।
उत्सव में अपने कर्तव्य की सीमाओं से परे जाकर कार्य करने वाले वैश्विक मानवतावादियों को तथा ‘वन वर्ल्ड वन फैमिली मिशन’ के निःशुल्क पोषण, शिक्षा के स्वास्थ्य-सेवा उपक्रमों में निरंतर सहयोग प्रदान करने वाले 15 से अधिक औद्योगिक संगठनों को भी सम्मानित किया।
वैश्विक महत्व को और भी बढ़ाते हुए, यह उत्सव ‘आईएसएफ जुनिकॉर्न ग्लोबल समिट 2026 (दुबई संस्करण)’ के डिजिटल उद्घाटन का भी साक्षी बना। जुनिकॉर्न वैश्विक चुनौतियों के उत्तर में युवाओं के समाधानों को समर्पित है, तथा ग्रामीण नवाचार को वैश्विक प्रौद्योगिकी के साथ जोड़ता है।
अष्टावक्र गीता की आध्यात्मिक शिक्षाओं पर सद्गुरु श्री मधुसूदन साई के प्रवचन के साथ ही असाधारण सामुदायिक प्रभाव हेतु मानवतावादी पुरस्कारों ने इस आयोजन के इस मूल संदेश को रेखांकित किया कि “वैश्विक एकता केवल एक आशा नहीं, अपितु निःस्वार्थ सेवा, करुणा और इस दृढ़ विश्वास के माध्यम से प्रतिदिन जी जाने वाली यह सच्चाई है कि “सम्पूर्ण विश्व एक परिवार है”।
सौ दिनों तक चलने वाला यह उत्सव विश्व को शांति, प्रेम, एकता एवं सेवा के अपने मिशन से जुड़ने हेतु निरंतर प्रेरित तथा आमंत्रित करता है।
