
जंतर मंतर सिंह किसानों में फिर उठाई भीम सिंह को भारत रत्न देने की मांग :खोसला
देश भर से आए भारतीय किसान मजदूर दलित संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र सिंह कुशवाहा और उपाध्यक्ष सुनीता चौधरी की अध्यक्षता में जंतर मंतर पर विशाल कार्यक्रम किया जिसमें भीम ब्रिगेड ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव जोली खोसला और जनकल्याण महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुदेश डोगरा और नशा मुक्ति जागरूकता अभियान की संयोजक सुशील खन्ना जम्मू कश्मीर प्रो भीम सिंह जी की भाजी भी है आज सभी ने सबसे 1. मांग की शेरे जम्मू कश्मीर स्वर्गीय प्रो भीम सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए 2. मांग फसलों में न्यूनतम एम .स .पी का कानूनी अधिकार लिखित गारंटी दी जाए 3.मांग स्वामीनाथन आयोग और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का किसान संविधान कानून लागू किया जाए 4. मांग किसान और मजदूरों का पूरा कर्ज माफ को और 60 वर्ष से अधिक किसानों और मजदूरों की पेंशन बढ़ाई जाए,5 मांग. भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 की भली हो विद्युत विधयक का 2020 को निरस्त किया जाए,6 मांग. पिछले आंदोलन के दौरान किसानों के मुकदमे वापसी लिए जाएं और आंदोलन में मरने वाले किसानों के परिवारों को शीघ्र मुआवजा दिया जाए, 7मांग. मनरेगा में हर साल मजदूरी को 200 दिन काम और ₹500 दिहाड़ी दी जाए,8 मांग. नकली बीज, कीटनाशक व खाद बनाने वाली कंपनियां के खिलाफ सख्त कानून बनाया जाए और कार्रवाई की जाए करने में उपस्थित किसान अशोक कुशवाहा ,हरिकिशन पटेल, महेश, अशोक ,निर्मला, कुसुम, शिवानी, संगीता ,विष्णु ,जगरूप, रामनरेश, कृपाल ,विधु पाठक ,और हिमांशु पाल. पिंकी पाल .रामवती, रूपा, अंजलि पाल सभी ने अपनी अपनी बात रखी खोसला ने कहा कि आज खुदरा व्यापार बाजार में आलू 20 से 30 रुपए किलो मिल रहे हैं जबकि किसानों को तो 4 महीने मेहनत करने के बाद मात्र चार या ₹5 किलो ही मिलते हैं बाकी का मुनाफा किसके पास जाता है सरकारों को इस पर गहन चिंता करनी चाहिए और अंधातों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिलनी चाहिए राजीव जोली खोसला ने भीम ब्रिगेड ट्रस्ट का किसान सेल का अध्यक्ष नरेंद्र सिंह कुशवाहा को जिम्मेदारी सोपते हुए हुए कहा की स्वर्गीय प्रो भीम सिंह का मिशन आप पूरे भारत में न्याय अधिकार की जंग आओ मिलकर लड़े आप और हम के लिए जांबाज सिपाहियों को चुनो और हम हमेशा किसानों मजदूरों जवानों के साथ हैं जय हिंद जय भारत जय किसान जय जवान का नारा जंतर मंतर पर गूंजता रहा