
क्रिप्टो निवेशकों के लिए सुरक्षा है सबसे पहली प्राथमिकता, कॉइनस्विच सर्वे में खुलासा
कॉइनस्विच के पैन-इंडिया सर्वेक्षण में निवेशक सुरक्षा, विश्वास निर्माण उपायों और रिकवरी प्रोग्राम्स की बढ़ती मांग को रेखांकित किया गया
बेंगलुरु, 12 अगस्त 2025: भारत के क्रिप्टो निवेशकों के लिए सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता बनकर उभरी है। यह खुलासा कॉइनस्विच द्वारा किए गए एक पैन-इंडिया सर्वे में हुआ है। कॉइनस्विच देश का सबसे बड़ा क्रिप्टो प्लेटफ़ॉर्म है, जिसके पास 2 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता हैं। सर्वे के अनुसार, लगभग एक-तिहाई प्रतिभागियों का मानना है कि अगर क्रिप्टो मार्केट में उन्नत सुरक्षा उपाय लागू किए जाएं, तो उनका भरोसा और सुरक्षा का एहसास काफी बढ़ जाएगा। यह आंकड़े इस बात की ओर इशारा करता है कि भारतीय क्रिप्टो सेक्टर में मज़बूत सुरक्षा ढाँचे, अधिक पारदर्शिता और उपयोगकर्ता-प्रथम सुरक्षा प्रणालियों की मांग लगातार बढ़ रही है।
सर्वेक्षण, क्रिप्टो सेफ्टी पल्स: 2025, में देशभर के लगभग 3000 सक्रिय क्रिप्टो निवेशकों से जानकारी जुटाई गई। उनकी भावना — सकारात्मक, तटस्थ और नकारात्मक — चाहे जो भी रही हो, एक बात साफ थी: सुरक्षा उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी रिटर्न। निवेशकों की अपेक्षाएं अब केवल कम शुल्क और फीचर सेट तक सीमित नहीं रह गई हैं, बल्कि वे उससे आगे बढ़कर मजबूत सुरक्षा उपायों और विश्वास निर्माण पर केंद्रित हो रही हैं।
कॉइनस्विच के सह-संस्थापक आशीष सिंघल ने कहा, “भारत में क्रिप्टो अपनाने की कहानी उतनी ही भरोसे पर आधारित होगी, जितनी नवाचार पर। यह सर्वे उस बात की पुष्टि करता है, जिस पर हम लंबे समय से विश्वास करते आए हैं, उपयोगकर्ता प्लेटफ़ॉर्म से केवल मुनाफ़ा ही नहीं, बल्कि सुरक्षा, जवाबदेही और स्पष्ट समाधान तंत्र की भी उम्मीद रखते हैं। यही आने वाले विकास चरण की नींव है। कॉइनस्विच में, हम इन अपेक्षाओं को पूरा करने और हर निवेशक के लिए एक सुरक्षित, भरोसेमंद और मज़बूत क्रिप्टो इकोसिस्टम बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
सर्वेक्षण के मुख्य बिंदु:
- क्रिप्टो निवेशों के प्रति अपनी भावना के बारे में पूछे जाने पर 60% प्रतिभागियों ने सकारात्मक रुख जताया, जबकि 20% ने नकारात्मक और 20% ने तटस्थ रुख अपनाया। यह रुझान एक स्वस्थ स्तर की आशावादिता को दर्शाता है और यह संकेत भी देता है कि अब भी एक बड़ा वर्ग इस इकोसिस्टम को लेकर सतर्क है।
- सकारात्मक रुख वाले निवेशकों में से 45.9% ने उच्च रिटर्न का हवाला दिया और लगभग 1 में से 3 ने दीर्घकालिक संभावनाओं की ओर इशारा किया। लेकिन केवल 8.2% ने “सुरक्षित प्लेटफॉर्म” को उनके विश्वास के कारण के रूप में चुना — जो क्रिप्टो और क्रिप्टो प्लेटफॉर्म में विश्वास के बीच एक अंतर को दर्शाता है।
- 33.9% से अधिक उत्तरदाताओं, जिन्होंने क्रिप्टो को लेकर असमंजस या नकारात्मक भावना व्यक्त की, ने अपनी चिंता का कारण सुरक्षा जोखिमों को बताया। अन्य चिंताएं थीं — पिछले नकारात्मक अनुभव (25.9%) और कमजोर निवारण तंत्र (19.9%)।
- तटस्थ निवेशकों में हिचकिचाहट के प्रमुख कारण थे — सुरक्षा संबंधी चिंताएं (16.4%), अस्थिरता (25.3%) और सीमित समझ (30.5%)। यह दर्शाता है कि जो निवेशक अभी तक निर्णय नहीं ले पाए हैं, वे भी जोखिम और सुरक्षा को लेकर सतर्क हैं।
- सबसे अधिक मांग वाला सुरक्षा फीचर था — हैक होने की स्थिति में रिकवरी प्रोग्राम, जिसे 25.8% उत्तरदाताओं ने चुना। यह प्रतिशत ऑडिट या 24/7 कस्टमर सर्विस जैसे अन्य कारकों से भी अधिक था।
ये निष्कर्ष उपयोगकर्ता अपेक्षाओं में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाते हैं, जहां क्रिप्टो केवल अवसर के बारे में नहीं है, बल्कि प्लेटफ़ॉर्म विश्वसनीयता और सुरक्षा के बारे में है।
यह भावना ऐसे समय में सामने आई है जब पृष्ठभूमि चिंताजनक है — मात्र एक वर्ष में, भारत की अग्रणी क्रिप्टो एक्सचेंजों पर दो बड़े साइबर हमलों ने लाखों डॉलर मूल्य की डिजिटल संपत्तियों से समझौता किया है और निवेशकों के भरोसे को गहरा झटका दिया है। भारतीय निवेशकों के लिए, ये घटनाएं इस बात का स्पष्ट संकेत हैं कि सुरक्षा अब केवल एक अतिरिक्त सुविधा नहीं, बल्कि एक अनिवार्यता बन चुकी है।
कॉइनस्विच के मिशन में सुरक्षा और संरक्षा हमेशा से केंद्र में रही है, और पिछले वर्ष ने यह और भी स्पष्ट कर दिया कि यह क्यों ज़रूरी है। हम अपने उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को और मज़बूत करते हुए, निम्न उपायों को लागू कर चुके हैं:
एंटरप्राइज-ग्रेड कस्टडी: हम सर्वोत्तम कस्टडी प्रदाताओं के साथ मिलकर क्रिप्टो संपत्तियों को सुरक्षित रखते हैं। ये प्रदाता स्टोरेज और ट्रांसफ़र — दोनों स्थितियों में संपत्तियों का बीमा करते हैं।
ISO/IEC 27001:2022 प्रमाणित: मज़बूत सूचना सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण।
मल्टी-पार्टी कम्प्यूटेशन: एसेट मैनेजमेंट के दौरान किसी एकल बिंदु पर समझौते की संभावना को समाप्त करता है, जिससे सुरक्षा कई गुना बढ़ती है।
मज़बूत पॉलिसी इंजन: विस्तृत ट्रांज़ैक्शन अप्रूवल नियम बनाने की क्षमता, जिससे लेन-देन की सुरक्षा और कड़ी होती है।
जोखिम प्रबंधन: हमारी अधिकांश संपत्तियां कोल्ड वॉलेट्स में संग्रहीत होती हैं, जबकि 5% से कम संपत्तियां हॉट वॉलेट्स और एक्सचेंजों में रहती हैं, जिससे सिस्टमेटिक जोखिम कम होता है।
पारदर्शिता: हम ऑडिटेड प्रूफ़ ऑफ़ रिज़र्व्स बनाए रखते हैं, ताकि उपयोगकर्ताओं के फंड्स (INR और क्रिप्टो दोनों में) का 1:1 अनुपात में बैकअप हमेशा मौजूद रहे।