अक्षय पात्रा फाउंडेशन का लक्ष्य कोई बच्चा भूख, और शिक्षा से वंचित न रहें।

कुलवंत कौर की रिपोर्ट :-

अक्षय पात्र और डोनर अंशुल गर्ग मोहन ने बच्चों के सर्वांगीण विकास की ओर बढ़ाया कदम
गौतमबुद्धनगर में 500 बच्चों को दिए गए सफारी स्कूल बैग और Milton वाटर बॉटल किया वितरण

गौतमबुद्धनगर, उत्तर प्रदेश, 29 सितम्बर 2025:
विश्व का सबसे बड़ा एनजीओ-प्रबंधित स्कूल लंच कार्यक्रम संचालित करने वाली अक्षय पात्र फाउंडेशन ने दानकर्ता अंशुल गर्ग मोहन व रिचा गर्ग (मोहन इलेक्ट्रो-कास्टिंग प्राइवेट लिमिटेड) के सहयोग से गौतमबुद्धनगर में उच्च प्राथमिक विधालय लखनावली व बेगमपूर के बच्चों को शिक्षा से जुड़ी सामग्री प्रदान करने हेतु बैग एवं वाटर बॉटल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस पहल के अंतर्गत लगभग 500 बच्चों को नए स्कूल बैग और पानी की बोतलें दी गईं। इस कार्यक्रम में उप जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर श्री आशुतोष गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए शिक्षा और स्वास्थ्य को सशक्त बनाने में ऐसे प्रयासों के महत्व पर बल दिया। कार्यक्रम में दिल्ली-एनसीआर डिविजन हेड गोविंद दत्ता दास प्रभुजी, स्थानीय समुदाय, अध्यापकगण और अभिभावक भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत उप जिलाधिकारी के आगमन और श्री गोविंद दत्ता दास द्वारा स्वागत से हुई। तत्पश्चात श्री बलवीर सिंह राठौड़ ने डोनर अंशुल गर्ग मोहन का परिचय कराया और दीप प्रज्वलन समारोह सम्पन्न हुआ। इसके तुरंत बाद बच्चों ने मधुर स्वागत गीत प्रस्तुत किया। इसके पश्चात श्री गोविंद दत्ता दास जी ने प्रेरणादायी भाषण दिया। उन्होंने कहा कि अक्षय पात्र केवल मध्यान्ह भोजन तक सीमित नहीं है, बल्कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है। आज अंशुल गर्ग मोहन के सहयोग से 500 बच्चों को बैग और पानी की बोतलें उपलब्ध कराना केवल सामग्री वितरण नहीं है, बल्कि बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की ओर एक कदम है। हमारा संकल्प है कि कोई बच्चा भूख और संसाधनों की कमी के कारण शिक्षा से वंचित न रहे।

इसके बाद दानकर्ता अंशुल गर्ग मोहन व रिचा गर्ग (मोहन इलेक्ट्रो-कास्टिंग प्राइवेट लिमिटेड) के MD ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि हमारी CSR नीति केवल औपचारिकता नहीं है, बल्कि समाज के प्रति प्रतिबद्धता का हिस्सा है। शिक्षा, स्वास्थ्य और सामुदायिक विकास किसी भी राष्ट्र की प्रगति के मूल स्तंभ हैं। इस बार स्कूल बैग और पानी की बोतल वितरण कार्यक्रम के माध्यम से हमने बच्चों के जीवन में छोटे लेकिन सार्थक बदलाव लाने का प्रयास किया है। आने वाले समय में हम इस तरह की पहलों को और व्यापक बनाएँगे।

अक्षय पात्र फाउंडेशन दिल्ली-एनसीआर के ऑपरेशन हेड बलवीर सिंह राठौड़ ने कहा कि भूख और शिक्षा का गहरा संबंध है। जब तक बच्चों को पौष्टिक भोजन और बुनियादी सुविधाएँ नहीं मिलेंगी, वे पढ़ाई पर पूरी तरह ध्यान नहीं लगा पाएंगे। अक्षय पात्र अब भोजन के साथ-साथ शिक्षा से जुड़ी बुनियादी आवश्यकताओं जैसे बैग, स्टेशनरी, स्वच्छ पेयजल और स्वच्छता पर भी कार्य कर रहा है। हमारा लक्ष्य है कि हर बच्चा न केवल स्कूल जाए, बल्कि उसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन भी कर सके।

इस कार्यक्रम में स्थानीय समुदाय, शिक्षकों और अभिभावकों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। बच्चों के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी, जब उन्होंने नए बैग और पानी की बोतलें प्राप्त कीं। इस पहल का उद्देश्य बच्चों को पढ़ाई के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराना और उन्हें स्वच्छ पेयजल के उपयोग के प्रति जागरूक करना है। अक्षय पात्र फाउंडेशन लगातार यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि हर बच्चे को न केवल पौष्टिक भोजन बल्कि शिक्षा से जुड़ी बुनियादी सुविधाएं भी मिलें।

अक्षय पात्र फाउंडेशन के बारे में

अक्षय पात्र फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिसका उद्देश्य बच्चों को पौष्टिक भोजन और शिक्षा से जोड़ना है ताकि कोई भी बच्चा भूख के कारण पढ़ाई अधूरी न छोड़े। संगठन वर्तमान में देशभर में 78 आधुनिक रसोईघर संचालित कर रहा है, जिनमें से 5 रसोईघर दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में हैं। इन रसोईघरों से प्रतिदिन 23 लाख से अधिक बच्चों को 24,000 से अधिक सरकारी और सरकारी-सहायता प्राप्त स्कूलों में मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराया जाता है। संगठन की सेवाएँ आज 16 राज्यों और 3 केंद्रशासित प्रदेशों तक फैली हैं। अक्षय पात्र न केवल दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ-प्रबंधित मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम है, बल्कि यह शिक्षा, पोषण और सामाजिक विकास को जोड़ने वाली एक अनूठी पहल भी है।

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